आधार कार्ड के बाद अब बनेगा , DNA कार्ड पढे पूरी खबर
आधार कार्ड के बाद अब बनेगा , DNA कार्ड पढे पूरी खबर , सबसे पहले जानिए डीएनए है क्या और इससे होता क्या है , डीएनए आदमी की बॉडी का ब्लूप्रिंट होता है , आप कैसे देखेंगे आपकी आंख का रंग क्या होगा ब्लड ग्रुप क्या होगा आपको कौन सी बीमारी हो सकती है और कैसे बनेंगे यह काम करता है DNA ........
मोदी सरकार डीएनए प्रोफाइलिंग बिल पास कराने की तैयारी में है। और कांग्रेस ने इसका विरोध शुरू कर दिया है। इसमें नया यह नहीं है कि सरकार कुछ कर रही है और विपक्ष इसका विरोध नहीं कर रहा है। नया यह है कि यह डीएनए प्रोफाइलिंग है क्या है। सबसे पहले जानिए डीएनए है क्या और इससे होता क्या है , डीएनए आदमी की बॉडी का ब्लूप्रिंट होता है , आप कैसे देखेंगे आपकी आंख का रंग क्या होगा ब्लड ग्रुप क्या होगा आपको कौन सी बीमारी हो सकती है और कैसे बनेंगे यह काम करता है DNA .
मजे की बात यह है कि इंसानों में DNA 99.9 एक जैसा होता है। जो एक दशमलव होता है वही आपको दूसरे से अलग आता है। दूसरा सवाल डीएनए प्रोफाइलिंग क्या है प्रोफाइल मतलब किसी इंसान की पहचान। फॉरेंसिक टेक्निक से पहले थानों में अपराधियों की फोटो होती थी और फोटो देखकर किसी को पहचाना जा सकता अब चमड़ी लाल कुआं बाल से मिली DNA से उसकी प्रोफाइल बनाई जा सकती है। तीसरा सवाल इस बिल में अब तक क्या हुआ है - पहला पॉइंट 2003 में कमेटी बनीहाई प्रोफाइलिंग बिल 2006 बनाने के लिए 2007 में सामने आया पब्लिकली 2015 और 16 में भी मसौदे बनते रहे। 2017 में विधि आयोग ने का मसौदा सरकार को सौंपा और कैबिनेट में डीएनए टेक्नोलॉजी रेगुलेशन 2018 को मंजूरी दी और 8 अगस्त को इसे लोकसभा में पेश भी किया।
सवाल सरकार डीएनए प्रोफाइलिंग क्यों करना चाहती है , इसका जवाब है- क्राइम देखने के लिए डीएनए प्रोफाइलिंग के बाद अपराधी पुरानी फिल्मों जैसे दाढ़ी मूछ लगा कर दें और एकता कपूर के सीरियल कैसे प्लास्टिक सर्जरी कराकर भाग नहीं सकते है। अगर आज कोई क्राइम करके भागता है और उसके DNA मिल जाते हैं , तो 10 या 20 साल बाद भी अगर वह पकड़ा जाता है। तो उसे सजा दिलाई जा सकती है। दूसरों के आने के बाद डीएनए सैंपल , सैंपल तक पहुंच रोकना भी आसान हो जाएगा क्योंकि केंद्र और राज्य स्तर पर डीएनए बैंक की स्थापना हो सकेगी मतलब जो काम हो रहा है , तब सारा काम व्यवस्थित हो जाएगा बच्चों किसी बड़े हादसे में मरे लोगों और लावारिस लाशों की पहचान आसान हो जाएगी।
अपराधियों संदिग्ध गुमशुदा लोगों लावारिस लाशों से मिला दिया , डाटा रहेगा अगर आप किसी अपराध के गवाह है या अपने लापता परिजनों को ढूंढना चाहते हैं है तो इसकी मदद से संभव हो सकेगा।
![]() |
आधार कार्ड के बाद अब बनेगा , DNA कार्ड पढे पूरी खबर |
मोदी सरकार डीएनए प्रोफाइलिंग बिल
मोदी सरकार डीएनए प्रोफाइलिंग बिल पास कराने की तैयारी में है। और कांग्रेस ने इसका विरोध शुरू कर दिया है। इसमें नया यह नहीं है कि सरकार कुछ कर रही है और विपक्ष इसका विरोध नहीं कर रहा है। नया यह है कि यह डीएनए प्रोफाइलिंग है क्या है। सबसे पहले जानिए डीएनए है क्या और इससे होता क्या है , डीएनए आदमी की बॉडी का ब्लूप्रिंट होता है , आप कैसे देखेंगे आपकी आंख का रंग क्या होगा ब्लड ग्रुप क्या होगा आपको कौन सी बीमारी हो सकती है और कैसे बनेंगे यह काम करता है DNA .
मजे की बात यह है कि इंसानों में DNA 99.9 एक जैसा होता है। जो एक दशमलव होता है वही आपको दूसरे से अलग आता है। दूसरा सवाल डीएनए प्रोफाइलिंग क्या है प्रोफाइल मतलब किसी इंसान की पहचान। फॉरेंसिक टेक्निक से पहले थानों में अपराधियों की फोटो होती थी और फोटो देखकर किसी को पहचाना जा सकता अब चमड़ी लाल कुआं बाल से मिली DNA से उसकी प्रोफाइल बनाई जा सकती है। तीसरा सवाल इस बिल में अब तक क्या हुआ है - पहला पॉइंट 2003 में कमेटी बनीहाई प्रोफाइलिंग बिल 2006 बनाने के लिए 2007 में सामने आया पब्लिकली 2015 और 16 में भी मसौदे बनते रहे। 2017 में विधि आयोग ने का मसौदा सरकार को सौंपा और कैबिनेट में डीएनए टेक्नोलॉजी रेगुलेशन 2018 को मंजूरी दी और 8 अगस्त को इसे लोकसभा में पेश भी किया।
सवाल सरकार डीएनए प्रोफाइलिंग क्यों करना चाहती है , इसका जवाब है- क्राइम देखने के लिए डीएनए प्रोफाइलिंग के बाद अपराधी पुरानी फिल्मों जैसे दाढ़ी मूछ लगा कर दें और एकता कपूर के सीरियल कैसे प्लास्टिक सर्जरी कराकर भाग नहीं सकते है। अगर आज कोई क्राइम करके भागता है और उसके DNA मिल जाते हैं , तो 10 या 20 साल बाद भी अगर वह पकड़ा जाता है। तो उसे सजा दिलाई जा सकती है। दूसरों के आने के बाद डीएनए सैंपल , सैंपल तक पहुंच रोकना भी आसान हो जाएगा क्योंकि केंद्र और राज्य स्तर पर डीएनए बैंक की स्थापना हो सकेगी मतलब जो काम हो रहा है , तब सारा काम व्यवस्थित हो जाएगा बच्चों किसी बड़े हादसे में मरे लोगों और लावारिस लाशों की पहचान आसान हो जाएगी।
अपराधियों संदिग्ध गुमशुदा लोगों लावारिस लाशों से मिला दिया , डाटा रहेगा अगर आप किसी अपराध के गवाह है या अपने लापता परिजनों को ढूंढना चाहते हैं है तो इसकी मदद से संभव हो सकेगा।
कोई टिप्पणी नहीं