पढ़िए चीन के आधार के बारे में , चीन का आधार कार्ड देखकर आप हैरान रह जायेंगे
पढ़िए चीन के आधार के बारे में , चीन का आधार कार्ड देखकर आप हैरान रह जायेंगे क्योंकि सरकार ने कई जरूरी चीजों को अब आधार से लिंक कर दिया है। बिना आधार कि हम उन सेवाओं और वस्तुओं का लाभ नहीं उठा सकते हैं.... इंटरनल सिक्योरिटी की बात की जाए तो भरत जहां आधार का इस्तेमाल कर रहा है। तो वहीं पड़ोसी देश चीन इससे भी एक कदम आगे है.......
भारत सरकार हर भारतीय नागरिक को आधार कार्ड बनवाने के लिए प्रेरित कर रही है। हम लोगों के लिए अब आधार कार्ड प्रेरणा से कहीं ज्यादा मजबूरी बन गया है। क्योंकि सरकार ने कई जरूरी चीजों को अब आधार से लिंक कर दिया है। बिना आधार कि हम उन सेवाओं और वस्तुओं का लाभ नहीं उठा सकते हैं। इसमें राशन और रसोई गैस जैसी मूलभूत चीज में शामिल है। लेकिन भारत की आबादी सही से आधार को अपना नहीं पाई अब इसे जनता अपनी प्राइवेसी का हनन करार दे रहे हैं।
देखा जाए तो हमारे देश में इंटरनल सिक्योरिटी को ध्यान में रखते हुए भी आधार सिस्टम लागू किया जा रहा है। लेकिन इसके लिए लोग पूरी तरह से तैयार नजर नहीं आ रहे है। नीचे कमेंट बॉक्स में कमेंट कर बताएं कि आधार कार्ड देश के लोगों के लिए फायदेमंद है या नहीं। इंटरनल सिक्योरिटी की बात की जाए तो भरत जहां आधार का इस्तेमाल कर रहा है। तो वहीं पड़ोसी देश चीन इससे भी एक कदम आगे है। चीन इंटरनल सिक्योरिटी के लिए अपने देश में कैमरों का जाल बिछा रहा है।
चीन साल 2013 से ऐसे LG पर काम शुरू कर चुका है। जो बिना किसी की मदद के हजारों की भीड़ के बीच में भी किसी संदिग्ध को खोज कर निकाल सकते हैं। इसके लिए चीन अपने देश में 100% बैलेंस नेटवर्क मजबूत कर रहा है। हर गली चौराहे - नुकड़ रेलवे स्टेशन और एयरपोर्ट और यहां तक कि जहां भी आपकी नजरें जा सकती हैं ,वहां तक चीन की सरकार कैमरे लगा रही है, ताकि इंटरनल सिक्योरिटी को मजबूत किया जा सके।
चीन की ये तकनीक कोई आम तकनीक नहीं है , इस तकनीक की मदद से किसी भी इंसान का नाम फोन नंबर जैसी चीज का तुरंत पता लग जाता हैं , यह दुनिया का सबसे बड़ा इंटरनल सिक्योरिटी नेटवर्क है। जिसमें 17 करोड़ सात लाख कैमरे लोगों पर नजर बनाए हुए हैं और चीन सरकार साल 2020 तक के आंकड़े को 62 करोड़ सात लाख जाने की कवायद में जुटी हुई है। सरकार ने संस्थान से सभी नागरिकों की जानकारी को जोड़ दिया है।
फिर भले ही वह कोई आम नागरिक हो या कोई क्रिमिनल हो इसके साथ यह सिस्टम इतना कारगर है ,कि अगर कोई इंसान चोरी की कार चला रहा है , सिस्टम कार और कार को चलाने वाले इंसान दोनों को स्कैन करके चीज प्रदर्शित कर देगा कि जो कार इंसान चला रहा है , वह कार उससे संबंधित है या नहीं है। दोस्तों आपको यह पोस्ट कैसी लगी कमेंट करके जरूर बताएं और अगर आपको यह पोस्ट अच्छी लगी है। तो करें शेयर करें और साथी चैनल को फॉलो करना भूले।
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पढ़िए चीन के आधार के बारे में , चीन का आधार कार्ड देखकर आप हैरान रह जायेंगे |
चीन का आधार कार्ड
भारत सरकार हर भारतीय नागरिक को आधार कार्ड बनवाने के लिए प्रेरित कर रही है। हम लोगों के लिए अब आधार कार्ड प्रेरणा से कहीं ज्यादा मजबूरी बन गया है। क्योंकि सरकार ने कई जरूरी चीजों को अब आधार से लिंक कर दिया है। बिना आधार कि हम उन सेवाओं और वस्तुओं का लाभ नहीं उठा सकते हैं। इसमें राशन और रसोई गैस जैसी मूलभूत चीज में शामिल है। लेकिन भारत की आबादी सही से आधार को अपना नहीं पाई अब इसे जनता अपनी प्राइवेसी का हनन करार दे रहे हैं।
देखा जाए तो हमारे देश में इंटरनल सिक्योरिटी को ध्यान में रखते हुए भी आधार सिस्टम लागू किया जा रहा है। लेकिन इसके लिए लोग पूरी तरह से तैयार नजर नहीं आ रहे है। नीचे कमेंट बॉक्स में कमेंट कर बताएं कि आधार कार्ड देश के लोगों के लिए फायदेमंद है या नहीं। इंटरनल सिक्योरिटी की बात की जाए तो भरत जहां आधार का इस्तेमाल कर रहा है। तो वहीं पड़ोसी देश चीन इससे भी एक कदम आगे है। चीन इंटरनल सिक्योरिटी के लिए अपने देश में कैमरों का जाल बिछा रहा है।
चीन साल 2013 से ऐसे LG पर काम शुरू कर चुका है। जो बिना किसी की मदद के हजारों की भीड़ के बीच में भी किसी संदिग्ध को खोज कर निकाल सकते हैं। इसके लिए चीन अपने देश में 100% बैलेंस नेटवर्क मजबूत कर रहा है। हर गली चौराहे - नुकड़ रेलवे स्टेशन और एयरपोर्ट और यहां तक कि जहां भी आपकी नजरें जा सकती हैं ,वहां तक चीन की सरकार कैमरे लगा रही है, ताकि इंटरनल सिक्योरिटी को मजबूत किया जा सके।
चीन की ये तकनीक कोई आम तकनीक नहीं है , इस तकनीक की मदद से किसी भी इंसान का नाम फोन नंबर जैसी चीज का तुरंत पता लग जाता हैं , यह दुनिया का सबसे बड़ा इंटरनल सिक्योरिटी नेटवर्क है। जिसमें 17 करोड़ सात लाख कैमरे लोगों पर नजर बनाए हुए हैं और चीन सरकार साल 2020 तक के आंकड़े को 62 करोड़ सात लाख जाने की कवायद में जुटी हुई है। सरकार ने संस्थान से सभी नागरिकों की जानकारी को जोड़ दिया है।
फिर भले ही वह कोई आम नागरिक हो या कोई क्रिमिनल हो इसके साथ यह सिस्टम इतना कारगर है ,कि अगर कोई इंसान चोरी की कार चला रहा है , सिस्टम कार और कार को चलाने वाले इंसान दोनों को स्कैन करके चीज प्रदर्शित कर देगा कि जो कार इंसान चला रहा है , वह कार उससे संबंधित है या नहीं है। दोस्तों आपको यह पोस्ट कैसी लगी कमेंट करके जरूर बताएं और अगर आपको यह पोस्ट अच्छी लगी है। तो करें शेयर करें और साथी चैनल को फॉलो करना भूले।
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